रोटी हो गयी ब्रेड तोह ताक्कत कहाँ से आये
खाना हो गया होटल का तोह तंदुरुस्ती कहाँ से आये
कपडे हो गए छोटे तोह शर्म कहाँ से आये
चेहरा हो गया मेकअप का तोह सौंदर्य कहाँ से आये
फूल हो गए प्लास्टिक के तोह खुशबु कहाँ से आये
विद्यार्थी हो गए टूशन के तोह ज्ञान कहाँ से आये
लोग हो गए पैसों के तोह प्यार कहाँ से आये !!
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