तुम उस वक्त मत आना
जब मेरा मन भर जाए
तुम्हारा आना बेअसर हो जाए
तुम्हारे आने न आने का वजूद ही ख़त्म हो जाए,
पर हो सके तो
तुम आना उस वक्त
जब तुम्हारे आने भर से
मैं जश्न मना सकूं
मैं अपने सारे दुखों को भूलकर झूम उठूं।
जैसे किसी भक्त को भगवान मिलने पर
भूल जाता है अपनी युगों की पीड़ा
तुम आना समय की उस सीमा से पहले कि
मुझे मेरी प्रतीक्षा यथार्थ लगे ।।
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